
CG MEDIA TV:बिलासपुर के गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्र को निष्कासित करने के विरोध में एनएसयूआई नेताओं ने कुलपति निवास के सामने धरना-प्रदर्शन कर जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि कुलपति को यहां से हटाया जाना चाहिए। उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा, कि ढाई साल बाद सरकार बदलेगी, तब गुजरात की कब्र से निकालकर भी उन्हें यहां लेकर आएंगे।

एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पाण्डेय ने कहा कि कुलपति को चड्डी पहनाकर घुमाएंगे। इस प्रदर्शन के बाद पुलिस ने आंदोलनकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं, अब एनएसयूआई और कांग्रेस के बैनर तले यूनिवर्सिटी प्रबंधन के खिलाफ 4 नवंबर को प्रदेश व्यापी प्रदर्शन करने का ऐलान किया। कांग्रेसियों ने 16 अक्टूबर को प्रदर्शन किया था 17 अक्टूबर को पुलिस ने NSUI नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
यूनिवर्सिटी प्रबंधन का विरोध
गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के नेतृत्व में कांग्रेस नेता और एनएसयूआई ने कुलपति निवास के सामने प्रदर्शन किया। छात्रों की मांग पूरी नहीं होने, उन्हें निष्कासित करने और भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों की बात नहीं सुनने पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कांग्रेस नेताओं ने विरोध जताया।
कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि यूनिवर्सिटी छात्रों की है। बाबा गुरु घासीदास के नाम पर यूनिवर्सिटी बनी है। यहां किसी की ज्यादती नहीं चलेगी। अब यहां के छात्र जाग रहे हैं।

विधायक ने कहा कि अगर छात्र सुदीप शास्त्री का निष्कासन यूनिवर्सिटी वापस नहीं लेगी तो प्रदेश का सबसे बड़ा आंदोलन 4 नवंबर को यहां होगा। यहां हो रही भर्ती में गड़बड़ी की जानकारी ली जाएगी।
ढाई साल बाद भर्ती में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों को गुजरात के कब्र से निकालकर लाएंगे। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को बनाने के लिए हम सभी जेल गए हैं। लेकिन, छात्रों के साथ ज्यादती हुई तो यूनिवर्सिटी में आग भी लगा सकते हैं।
छात्र के सस्पेंशन के बाद हंगामा
दरअसल, 25 अगस्त को छात्रों ने जबरन फेल करने का आरोप लगाकर यूनिवर्सिटी में करीब 3 घंटे तक प्रदर्शन किया था। तहसीलदार के पहुंचने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उनसे ज्ञापन लिया था। सुरक्षा अधिकारी के निर्देश पर छात्रों को रोकने के लिए प्रोफेसर्स को भी तैनात किया गया था।
इसके बाद इस मामले में छात्र सुदीप शास्त्री का टीसी, माइग्रेशन यूनिवर्सिटी ने डाक से घर भेज दिया है। इसको लेकर छात्र शास्त्री और सार्थक मिश्रा तीन दिन से भूख हड़ताल कर रहे हैं।

यूनिवर्सिटी ने आंदोलनकारियों पर दर्ज कराया एफआईआर
इधर, विरोध-प्रदर्शन और हंगामे के बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने मामले की शिकायत कोनी थाने में की। पुलिस ने एनएसयूआई नेता, छात्र सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। हालांकि, एफआईआर में केवल नीरज पांडे, लक्की मिश्रा, सुदीप शास्त्री, सार्थक मिश्रा के खिलाफ नामजद और 30 अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
जबकि, बड़े नेताओं को नामजद नहीं किया गया है। जबकि, प्रदर्शन में विधायक अटल श्रीवास्तव के साथ कांग्रेस नेता प्रमोद नायक, सुद्धांशु मिश्रा, लक्की मिश्रा, रंजीत सिंह, अर्पित केसरवानी, विकास सिंह सहित कई कांग्रेसी नेता और एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
MLA अटल बोले- आंदोलन को दबाने के लिए एफआईआर
विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि यूनिवर्सिटी में जब से आलोक चक्रवाल कुलपति बनकर आए हैं, तब से प्रोफेसर्स, छात्र और स्टाफ के साथ अन्याय किया जा रहा है। उनकी विचारधारा से सहमत नहीं होने पर दबाव बनाकर परेशान किया जा रहा है।
एनएसयूआई और कांग्रेस नेताओं के मुताबिक प्रदर्शन के बाद दबाव बनाने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है। लेकिन, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।




