कोरिया

सरपंच-सचिव की हाईटेक इंजीनियरिंग, दो दिन में तालाब निर्माण में खर्च दिए 5 लाख रुपए

CG MEDIA TV : जानें क्या है मामला?

कोरिया जिला ग्राम जूनापारा

ग्रामीणों का आरोप है कि सरंपच
और सचिव ने जेसीबी और दो ट्रैक्टर से कराकर तालाब गहरीकरण के काम को पूरा दिखा दिया गया. आरोप है कि सरपंच सचिव ने ठेकेदार की मिलीभगत से नाममात्र का काम दिखाकर तालाब गहरीकरण का संपूर्ण राशि का आहरण कर लिया गया. कोरिया जिले में एक ग्राम

सभा में सरंपच और सचिव की जोड़ी ने एक तालाब के गहरीकरण के कार्य को दो दिन में पूरा करके अनुसंशित 5 लाख रुपए निबटा दिए. ग्रामीणों को सरपंच और सचिव के घोटाले की जानकारी मिली तो सड़क पर पहुंच गए और उनके भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है.

ग्रामीणों का आरोप है कि सरंपच और सचिव ने जेसीबी और दो ट्रैक्टर से कराकर दो दिन में तालाब गहरीकरण के काम को पूरा दिखा दिया गया. आरोप है कि सरपंच सचिव ने ठेकेदार की मिलीभगत से नाममात्र का काम दिखाकर तालाब गहरीकरण का संपूर्ण राशि का आहरण कर लिया गया.

सत्र 2024-25 के तहत जनपद निधि से तालाब गहरीकरण कार्य होना था

मामला ग्राम पंचायत जूनापारा का है, जहां सत्र 2024-25 के तहत जनपद निधि से स्वीकृत घाट तालाब गहरीकरण कार्य होना था, लेकिन महज दो दिन में तालाब गहरीकरण का कार्य पूरा कर अनुसंशित 5 लाख रुपए हजम कर लिया गया, जिसको लेकर ग्रामीणों ने भारी अनियमितता का आरोप लगाया है.

तालाब गहरीकरण कार्य में हुई अनियमितता का जांच कराने की मांग

रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीणों ने जुलाई 2025 को कलेक्टर को सामूहिक आवेदन सौंपकर तालाब गहरीकरण कार्य में अनियमितता को लेकर उच्च स्तरीय जांच करने और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की थी. ग्रामीणों का कहना है कि तालाब गहरीकरण के लिए 5 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई थी, लेकिन कार्य मात्र दो दिनों में पूरे कर दिए गए.

ग्रामीणों की मांग कि तालाब गहरीकरण कार्य की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी अनियमितताएं दोबारा न हो सकें. स्थानीय निवासी कृष्णा यादव ने बताया कि यह तालाब दो-तीन बार बन चुका है, लेकिन काम कुछ भी नहीं हुआ.

दो जेसीबी और दो ट्रैक्टर से थोड़ी खुदाई कर हजम कर अनुशंसित पैसा

स्थानीय ग्रामीण राम रतन राजवाड़े ने बताया कि काम के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है. जांच टीम आई थी, लेकिन केवल कागजी कार्रवाई कर चली गई. राजवाड़े ने आरोप लगाते हुए कहा कि संतोषजनक जांच नहीं हुई और तालाब गहरीकरण के कार्य में ठेकेदार व अधिकारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार करके अनुशंसित पैसा हजम कर लिया गया.

तालाब गहरीकरण की जांच करने आई टीम बिना पूछताछ वापस लौट गई

ग्रामीणों ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि तालाब के लिए पहले भी कई बार राशि आई है, लेकिन काम केवल लीपापोती के रूप में दिखाया गया. अब तक लगभग कई लाख रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन तालाब की स्थिति जस की तस बनी हुई है. उन्होंने कहा कि जांच टीम बिना पूछताछ के टीम वापस लौट गई.

ग्राम पंचायत जूनापारा सरपंच ने भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से खारिज किया

हालांकि ग्राम पंचायत जूनापारा की सरपंच रीता खलको ने सभी आरोपों को खारिज किया है. उन्होने कहा कि तालाब गहरीकरण का कार्य पूरी तरह उनकी देख-रेख में हुआ है. जेसीबी और ट्रैक्टर चार-पांच दिन तक लगातार चले और काम अच्छा हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पूरी जिम्मेदारी से काम कराया है.

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