
CG MEDIA TV:पुनर्वास से पुनर्जीवन की भावना के साथ कुल 210 नक्सलियों ने हथियार छोड़कर पुनर्वास का रास्ता अपनाया। इनके साथ कुल 153 खतरनाक हथियार/उपकरण भी जप्त किए गए जिनमें प्रमुख हैं: 19 AK-47 राइफल, 17 SLR, 23 INSAS, 36.303, 41 12-बोर/सिंगल-शॉट, 11 BGL लांचर, 4 कार्बाइन और 1 INSAS LMG। साथ ही पुनर्वास करने वालों में संगठनात्मक पदों पर रहे कई सदस्य भी शामिल हैं।

1 CCM, 4 DKSZC, 1 RCM, 21 DVCM, 61 ACM, 98 पार्टी सदस्य और 22 PLGA/RPC मेंबर। मांझी चालकी समाज के मुखिया एवं सदस्यों ने पुनर्वास किए लोगों को लाल गुलाब देकर उनका समाज में स्वागत किया।

अब अबूझमाड़ और उत्तर बस्तर – जो कभी नक्सली हिंसा के गढ़ माने जाते थे – वो भी नक्सलवाद से पूर्णतः मुक्त हो चुके हैं। यह परिवर्तन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन एवं माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में विष्णुदेव सरकार के सुशासन का परिणाम है,

निश्चित ही 31 मार्च 2026 से पहले देश को नक्सलवाद के अभिशाप से पूरी तरह मुक्त किया जाएगा।