
CG MEDIA TV:सारंगढ़ की माटी में छिपी प्रतिभाएं आज पूरे प्रदेश में अपना नाम रोशन कर रही हैं। इसी कड़ी में, सारंगढ़ के युवा मूर्तिकला और रंगोली कलाकार नरेश पॉटर ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के मंच पर अपनी शानदार कला का प्रदर्शन कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
नरेश पॉटर ने अपनी अद्भुत कला कौशल का परिचय देते हुए, एक भव्य रंगोली पोर्ट्रेट तैयार किया, जिसमें कला की बारीकी और भावनाओं का गहरा समन्वय दिखा। (आप रंगोली में दिख रहे व्यक्ति का नाम या विषय भी बता सकते हैं, जैसे: ‘एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व’ या ‘छत्तीसगढ़ी संस्कृति का प्रतीक


कलेक्टर ने बढ़ाया मान: कला के प्रति उनके समर्पण और उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए, उन्हें सारंगढ़ जिला कलेक्टर महोदय के हाथों सम्मानित किया गया। इस सम्मान ने न सिर्फ नरेश पॉटर, बल्कि पूरे सारंगढ़ जिले का गौरव बढ़ाया है।
25 वर्षीय नरेश पॉटर, जो कुम्हारपारा वार्ड नंबर 14, सारंगढ़ के निवासी हैं, कला की कई विधाओं में महारत रखते हैं।
रंगोली कला के अलावा, वह पोट्रेट स्केचिंग, मूर्तिकला, पेंटिंग और सामान्य स्केचिंग में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं।
पिता का नाम रोशन: स्वर्गीय श्री मलिकराम कुम्हार के सुपुत्र नरेश पॉटर, अपनी कला के माध्यम से न केवल अपने पिता के नाम को, बल्कि अपने क्षेत्र की कला और संस्कृति को भी आगे बढ़ा रहे हैं।
कलाकार का संदेश: नरेश पॉटर का कहना है कि कला सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक सशक्त माध्यम है जिसके जरिए हम अपनी संस्कृति और विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचा सकते हैं।
भविष्य की उड़ान: सारंगढ़ राज्योत्सव में मिले इस सम्मान के बाद, नरेश पॉटर की कला को अब और भी व्यापक पहचान मिलने की उम्मीद है। उनकी कला यात्रा कई अन्य जगहों पर भी सराही गई है, जिससे वह “कला के बेताज बादशाह” के रूप में पहचाने जाते हैं






