
CG MEDIA TV: यौन शोषण के मामले में थी हियरिंग, अध्यक्ष बोलीं-अगले सुनवाई गैरमौजूद होने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे

छत्तीसगढ़ भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल टिकरिहा पर एक युवती ने शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने और जबरदस्ती करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। यह मामला अब महिला आयोग तक पहुंच गया है, लेकिन राहुल टिकरिहा गुरुवार को हुई सुनवाई में पेश नहीं हुए।
ऐसे में महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि अगले हियरिंग गैरमौजूद होने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।

मामले में अगली सुनावाई दीपावली के बाद होगी। दरअसल, युवती का आरोप है कि राहुल टिकरिहा ने पहले भरोसे में लेकर शादी का वादा किया, फिर मुलाकात के दौरान जबरदस्ती करने की कोशिश की।
अब जानिए पीड़िता ने अपने बयान में क्या कहा था ?
रायपुर के प्रेस क्लब में युवती ने मीडिया के सामने बताया था कि वह अभी 21 साल की है। जब कक्षा 10वीं में पढ़ रही थी, तब राहुल टिकरिहा आए थे। हमने पढ़ाई में तेज लाउडस्पीकर से परेशानी को लेकर उनसे बातचीत की थी, तब उन्होंने स्पीकर बंद करवा दिया था। इसी दौरान उन्होंने मोबाइल नंबर लिया।
पीड़िता ने बताया कि होली का समय चल रहा था। उसी रात राहुल ने फोटो भेजने की बात कही। जब मैंने फोटो भेजने से मना किया तो राहुल ने कहा कि मेरे ऊपर विश्वास नहीं है क्या, फिर वह मिलने की बात कहने लगा। रोज रात को मैसेज करके परेशान करता था, मैंने रिप्लाई नहीं किया।
रात 1 बजे उसने सेक्स करने की कोशिश की
पीड़िता ने बताया कि उसके भाई की सगाई होने वाली थी। 5 अप्रैल की रात 12 बजे मैं उससे मिलने गई थी। खेत के पास से वह मुझे साथ ले गया। रात 1 बजे उसने सेक्स करने की कोशिश की। स्मूच किया, हग किया और जबरदस्ती प्राइवेट पार्ट को टच करवाया।
ऑडियो वायरल के बाद नया विवाद
बता दें कि पहले भी राहुल टिकरिहा का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उनके एक अन्य महिला से अवैध संबंध की बात सामने आई थी। बताया जा रहा है कि उस मामले में भी जांच लंबित है और अब इस नए आरोप ने संगठन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
मामले की अगली सुनवाई दीपावली के बाद
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने बताया कि राहुल टिकरिहा को समन जारी किया गया था, लेकिन वे पेश नहीं हुए। अब आयोग ने अगली सुनवाई दीपावली के बाद निर्धारित की है और चेतावनी दी है कि अगली बार भी अनुपस्थिति पर सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
