
CG MEDIA TV:सारंगढ़-बिलाईगढ़ – शासन द्वारा संचालित शासकीय प्री-मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास, मधाईभाठा में लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार हॉस्टल अधीक्षक दिनेश डडसेना शनिवार दोपहर 3 बजे को हॉस्टल से नदारद पाए गए।
स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने बताया कि हॉस्टल का गेट बंद था और कोई भी कर्मचारी मौके पर मौजूद नहीं था। बच्चों की सुरक्षा और व्यवस्था को दरकिनार करते हुए अधीक्षक के अनुपस्थित रहने पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई।

जब हमारी मीडिया टीम ने अधीक्षक दिनेश डडसेना से फोन पर बात की, तो उन्होंने कहा —
“धनतेरस का त्यौहार है, सभी कर्मचारी खरीदारी के लिए गए हैं, इसलिए हॉस्टल को अस्थायी रूप से बंद किया गया है।”
हालाँकि यह बयान खुद में गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। क्योंकि नियमों के अनुसार किसी भी परिस्थिति में छात्रावास को पूर्णतः बंद नहीं किया जा सकता। कई छात्र ऐसे हैं जो त्यौहार के दिनों में घर नहीं जाते और हॉस्टल में ही रहना पसंद करते हैं। ऐसे में यदि कोई अप्रिय घटना घट जाती तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेता?
ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब अधीक्षक की अनुपस्थिति पाई गई हो। विभाग को इस मामले में संज्ञान लेते हुए कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोबारा न हो।
अब देखना यह होगा कि आदिवासी विकास विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होती है या मामला फिर ठंडे बस्ते में चला जाता है।




