
CG MEDIA TV: दुर्ग के पुलगांव थाना क्षेत्र में मोबाइल रिपेयरिंग दुकान में हुई चोरी के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने चोरी किए गए 14 में से 10 मोबाइल सबूत मिटाने के लिए शिवनाथ नदी में फेंक दिए थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से चार मोबाइल, एक पैकेट स्क्रीन गार्ड, चोरी में इस्तेमाल किए गए दो लोहे के रॉड और एक बाइक जब्त की है।
भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि 11 अक्टूबर को पुलगांव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। शिकायतकर्ता अमरूद लाल ब्यास (48) ने बताया था कि उसकी मोबाइल रिपेयरिंग दुकान का शटर तोड़कर अज्ञात चोरों ने 14 मोबाइल और एक पैकेट स्क्रीन गार्ड सहित करीब 1.5 लाख रुपए का सामान चोरी कर लिया है।

रात में 10 घंटे तक चोरी की वारदात को दिया अंजाम
शिकायत मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि चोरी की वारदात 10 अक्टूबर की रात 8 बजे से लेकर 11 अक्टूबर की सुबह 6 बजे के बीच हुई है। फुटेज के आधार पर पुलिस ने संदिग्धों की पहचान की और तीन युवकों को हिरासत में लिया।
आरोपियों में नाबालिग भी शामिल
गिरफ्तार आरोपियों में विजय यादव (19) निवासी नगपुरा, टोमन साहू उर्फ डायमंड (18) निवासी सिकोला बस्ती और एक नाबालिग आरोपी शामिल हैं। पूछताछ में तीनों ने अपराध कबूल किया। उन्होंने बताया कि चोरी के बाद पकड़े जाने के डर से 10 मोबाइल नदी में डिब्बों सहित फेंक दिए थे। पुलिस टीम ने आरोपियों के बताए स्थान पर जाकर तलाशी अभियान चलाया है।
गोताखोर खोज रहे नदी में फेंके गए मोबाइल
पुलिस ने चोरी के दौरान इस्तेमाल किए गए लोहे के रॉड और बाइक भी बरामद कर लिए गए हैं। फिलहाल, पुलिस ने चार बरामद मोबाइल और अन्य जब्त सामान को सबूत के तौर पर रखा है। वहीं, नदी में फेंके गए मोबाइल की तलाश के लिए गोताखोरों की मदद ली जा रही है।
तीनों चोर आपस में हैं खास दोस्त
सीएसपी ने बताया कि आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। शुरुआती जांच में पता चला है कि तीनों आरोपी आपस में परिचित हैं और अक्सर क्षेत्र में घूमते रहते थे। इनमें से दो पहले भी छोटे-मोटे अपराधों में संलिप्त रहे हैं।
पुलिस ने कहा कि वारदात में शामिल नाबालिग को बाल न्याय अधिनियम के तहत कार्रवाई के लिए बाल सुधार गृह भेजा जाएगा, जबकि दो वयस्क आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।